दो साल पहले इतने अंक पाने वाले छात्र को मनचाहा कॉलेज मिल जाता, लेकिन अब तो 99% अंक बस चंद लम्हों की ख़ुशी मनाने के ही काम आते हैं।
17 साल की श्रेया का 12वीं का नतीजा चार दिन पहले आया. सीबीएसई बोर्ड से 99 फ़ीसदी अंक लाने वाली श्रेया डीयू के सेंट स्टीफ़ंस या श्रीराम कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स से अर्थशास्त्र पढ़ना चाहती हैं।
श्रेया से बीबीसी की मुलाक़ात दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर की क्लास में हुई. यहां वो अपनी कॉमन यूनिवर्सिटी इंट्रेस टेस्ट यानी CUET की क्लास का इंतज़ार कर रही थीं।
CUET यानी दिल्ली यूनिवर्सिटी समेत देश के लगभग सभी केंद्रीय और कई निजी विश्वविद्यालयों में दाखिले की प्रवेश परीक्षा।
दो साल पहले तक दिल्ली यूनिवर्सिटी के नामचीन कॉलेजों में दाखिला पाने के लिए 12वीं में 97-98 फ़ीसदी अंक लाने पड़ते थे. 90-95 फ़ीसदी अंक लाकर भी छात्र डीयू के अपने मनचाहे कॉलेजों की वेटिंग लिस्ट में ही पड़े रहते थे।
लेकिन 2022 में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी UGC ने दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाख़िला पाने की प्रक्रिया बदल दी गई।
ये तय किया गया कि अब CUET के तहत ही दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला मिलेगा।
यानी 12वीं में आपके कितने नंबर आए हैं इससे तय नहीं होगा कि आपका कॉलेज कौन सा होगा. ये अब इससे तय होगा कि छात्र ने CUET की प्रवेश परीक्षा में कितने अंक हासिल किए।